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सुबह लिखता हूं, शाम लिखता हूं, सबकुछ खुलेआम लिखता

सुबह लिखता हूं, शाम लिखता हूं,
सबकुछ खुलेआम लिखता हूं ।
वो कलम भी दीवानी हो जाती है,
जिससे मैं तेजाजी का नाम लिखता हूं ।।

"जय वीर तेजाजी"

तेजा दशमी की शुभकामनाएं #तेजा__भक्त______________★ 
#तेजा #दशमी
सुबह लिखता हूं, शाम लिखता हूं,
सबकुछ खुलेआम लिखता हूं ।
वो कलम भी दीवानी हो जाती है,
जिससे मैं तेजाजी का नाम लिखता हूं ।।

"जय वीर तेजाजी"

तेजा दशमी की शुभकामनाएं #तेजा__भक्त______________★ 
#तेजा #दशमी