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हर जीव में रूह होती है, फिर भी हमें बस खुद ही क

हर जीव  में रूह होती है, 
 फिर भी हमें बस खुद ही की  रूह क्यों दिखती है|
खुद्दारी हम पर कुछ इस तरह असर कर गई, 
 कि अब तो अपनों की जान भी पराई लगती है|
 जिंदगी हमारी समंदर बन गई, 
और हम बस उसमें चंद बूंद ही रह गए| #NojotoQuote Everything has its own value
हर जीव  में रूह होती है, 
 फिर भी हमें बस खुद ही की  रूह क्यों दिखती है|
खुद्दारी हम पर कुछ इस तरह असर कर गई, 
 कि अब तो अपनों की जान भी पराई लगती है|
 जिंदगी हमारी समंदर बन गई, 
और हम बस उसमें चंद बूंद ही रह गए| #NojotoQuote Everything has its own value