मेरी तबस्सुम में वरक़ वरक़ है पोशीदा शाद उसकी,, वो देख ना सके,, मै उसे देख,, शग़ूफ़ा सी महक़ उठी..!! जम्मू@..!!.. #jammuwriters #myownwords #myowndiary तबस्सुम=मुस्कुराहट वरक़=परत पोशीदा=छिपा शाद=खुशी शग़ूफ़ा=खिला हुआ फूल