" मुझे याद हैं " तुम्हारा यू सामने से चलके आना , नजर नजरो से टकरा जाना , देखकर मुझे यु अचानक मुस्कुराना , ये इत्तेफाक ही सही _____ " पर हाँ , मुझे याद हैं ...... " चलते चलते यु पीछे मुड़कर देखना , फ़िर कभी मुलाकात 'हो ' या 'ना' हो इसकी उम्मीद रखना , ये मुख्तालिफ् मिलना ही सही ____ " पर हाँ , मुझे याद हैं ....... " वोह बारीश मैं भिगकर तुम्हारे बारे मैं सोचना , वोह तुमसे फिर मिलने की आँस रखना , ये प्यार ना ही सही _____ " पर हाँ , मुझे याद हैं ...... " वोह दिन फिर आया जहा हम फिर मिले , नजरे मिलाकर बात ना करना , बस दूर से ही सुकून से एक दूसरे के तरफ देखना , शायद ये एक तरफा प्यार ही सही ____ " पर हाँ , मुझे याद हैं ..... " #mujheyaadhai #Nojoto #poem #Poetry #peace