मैं लिखता हूं,हर रोज ही हर रोज ही जहन में अनेक ख्याल आते हैं सपनों की उड़ान ही कुछ ऐसी है उनपर सीमित बैठी है सोच जिनका मकसद खोज रहा हूं किताबों में,पन्नों में,कागजों में जिनका शायद वास्तविक से लेना-देना हो जिनकी चाहत शायद मुनासिब हो हालांकि ढूंढ नहीं पाया हूं शायद ही उनका कोई वजूद हो मुश्किल हो,मुकम्मल हो मालूम नहीं #Yãsh🖊 #Thinking #Thoughts #dailyWriting #Emotions #dreams #hindiPoem #Poetry