भूधरा का करते है श्रृंगार, चुन चुन एक एक कण्ठहार, कास के फूलों सम महक कर सभी करे सु-सद्व्यवहार, मिटा मनमुटाव व बैरभाव,न करो किसी से गैरो सा स्वभाव, सकल सृष्टि से रखो दिलों का रिश्ता, सब से करो प्रेमभाव, स्वनिष्ठा आत्मविश्वास से प्रेमवारिधि की करो प्रेमभिव्यंजना, एकत्व,एकता अखंडता का पाठ पढ़ा,न बनो कभी अनभिज्ञना। एक बार कैप्शन अवश्य पढ़ें:- 🎀 प्रतियोगिता संख्या- 10 🎀 शीर्षक- "कास के फूल" 🎀 समय सीमा- आज शाम 6 बजे तक।