बंटवारा रिश्तों का बचपन से मैंने है देखा मांँ पिता के बीच वजह बेवजह टकराव होते देखा भाई भाई, बहन भाई को एक दूसरे से जमीन जायजाद के चलते दूर होते देखा क्या बाप क्या भईया सबसे बड़ा रुपैया से खून के रिश्तों को पानी होते देखा स्वाभिमान, अभिमान और गुरुर के चलते कितनों रिश्तों में बंटवारा देखा पराए तो पराए अपनों को अपनों से लड़ते झगड़ते देखा लड़की जो विदा क्या हुई पीहर से, खून के रिश्तों को जुदा और बंटते देखा एक औरत के प्यार एहसास को ताउम्र दो परिवारों, दो संस्कारों, दोनों तरफ़ के रिश्तों के बीच सामंजस्य बैठाते हुए मैंने देखा — % & ♥️ Challenge-831 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।