फरियाद करता था अक्सर उसे पाने की रब से, पता चला नाजाने मुहल्ले में रहती थी कब से, इश्क़ यू नासूर बन जाएगा कभी सोचा भी न था, जब सुनने में आया वो हसके बाते करती है सबसे। ©Satvir Singh अनजानी महबूबा।। #mehbooba #muhalla #Fariyaad #Socha #Tassali #romentic