इस कटाक्ष पूर्ण समाज से तो तन्हाई बेहतर है, जीते हैं ख़ुद के साथ तो खुश तो रहते हैं समाज से तो बस हम अपमानित ही होते हैं, ख़ालीपन ही सही ख़ामोश तो हम रहते हैं, तक़लीफ देने में तो हर इंसान दस कदम आगे ही निकलते हैं, ग़र किसी को खुशी नहीं दे पाते हम तो तक़लीफ भी हम दिया नहीं करते हैं, दर्द में रहना मंजूर है अपने अस्तित्व पर आँच न हम आने देते हैं #तन्हाईहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #tarunasharma0004 #hindipoetry #trendingquotes #feelingshurt