चल ऐ जिन्दगी तेरी फ़िर से नई शुरूवात करते है। कल क्या हुआ उसे छोड़ते है, जो खोया पाया नहीं उसे भूलते है। फ़िर से जंग लड़ने की ठान कर, अतीत को छोड़कर आगे बढ़ते है।। अभी है गम ताजा, पर अपने गमों को सिलते है। चल ऐ जिन्दगी तेरी फ़िर से नई शुरूवात करते है। है अफ़सोस मुझे अपनें बीते कल पर, पर है विश्वास मुझे अपने बाहुबल पर। बदलेंगे इतिहास हम भी एक दिन, जग नाज़ करेगा मेरे आने वाले कल पर।। ठोकरें खाकर हम अक्सर सम्हलते है। ऐ जिन्दगी तेरी फ़िर से नई शुरूवात करते है।। बीत चुकी अब मेरी सारी कहानी, अपने पसीने से लिखेंगे अब जिन्दगी सुहानी। अभी तक किस्मत ने था सारा खेल रचाया, पर हम बदलेंगे अपनी तस्वीर पुरानी।। बहुत हुआ अफ़सोस अब हम अपना आगाज़ करते है। चल ऐ जिन्दगी तेरी फ़िर से नई शुरूवात करते है। बहुत हो चुकी सपनों से आंख मिचौली, हम भी खोलेंगे कर्मों से जीवन की गठरी। हारे थे पर अब ना हारेंगे कोई बाज़ी, शांत सजग होकर बनेंगे ख़ुद के ही प्रहरी।। मेहनत के द्वारा है हम सब अपना इतिहास बदलते है। चल ऐ जिन्दगी तेरी फ़िर से नई शुरूवात करते है।। चल ऐ जिन्दगी तेरी फ़िर से नई शुरूवात करते है। कल क्या हुआ उसे छोड़ते है, जो खोया पाया नहीं उसे भूलते है। फ़िर से जंग लड़ने की ठान कर, अतीत को छोड़कर आगे बढ़ते है।। अभी है गम ताजा, पर अपने गमों को सिलते है। चल ऐ जिन्दगी तेरी फ़िर से नई शुरूवात करते है। है अफ़सोस मुझे अपनें बीते कल पर,