"न जाने वक़्त खफ़ा है या ख़ुदा नाराज़ है हमसे, दम तोड़ देती है "ख़ुर्रम" आशियाने तक आते-आते।" #ख़ुर्रम = ख़ुशी /प्रसन्न /प्रफ़ुल्लित #delightful/pleased/happy #उर्दूशायरी #उर्दू_अल्फ़ाज़ #उर्दूपाठशाला #कोरकागज़ #suchitapandey "न जाने वक़्त खफ़ा है या ख़ुदा नाराज़ है हमसे, दम तोड़ देती है "ख़ुर्रम" आशियाने तक आते-आते।" #सुचितापाण्डेय