तेरा हुस्न ए जमाल जमाल नही तेरी आंखों के बिना, जैसे महताब खूबसूरत नही अपने दाग़ों के बिना। अंधेरों से डर कैसा शाइर अंधेरे तो हैं परछाइयों के बिना, तेरे हर ख़्वाब खूबसूरत हैं मेरे तेरी आस तेरी उम्मीदों के बिना। ©Siddharth kushwaha तेरा ख़्वाब 🥰❤️ #उम्मीद #आंखें #जमाल #तुम❤ #कानपुर 🇮🇳 #sagarkinare