कितनों को Block करूं मैं? कितनों से पिछा छुड़वाऊं, हर बार जरूरी ही है क्या Police Station के चक्कर लगवाऊं..? बात बड़ी ही सीधी सी है मुझे बात नहीं करनी है एक नहीं सौ बार बताऊं कौनसी भाषा में अब तुम्हें समझाऊं..? औरत होना क्या दोष है मेरा क्यों मैं हमेशा डरूं घबराऊं गलती तुम ही करो हमेशा और मैं सहती रहूँ और मन मे ही चिल्लाऊं..? मेरी मर्ज़ी , मेरी अस्मिता इनका क्या अब भी कोई मोल नहीं है मेरे शरीर के अलावा क्या मुझमें कुछ और नहीं है कब तक मैं इसे बचाऊं.. ©#Shilpa_ek_Shaayaraa #लड़की_हूँ_मैं #मासुम_मार्च #WrittingMoods #Pain_in_Pen #Broken_but_Beautiful #Ramta_Jogi_Special #Shilpa_ek_Shayaraaa #ShilpaSalve358 #standAlone