क्यूंकि वो मेरा पहला इंतज़ार था इसलिए थोड़ा डरा हुआ था मैं अभी तक सिर्फ पत्र-व्यवहार ही तो हुआ था प्रत्यक्ष व्यवहार का तो मुझे कोई अनुभव नहीं था अनगिनत भावनाएं मन में उमड़ रही थीं.... (शेष caption में पढ़ें) क्यूंकि वो मेरा पहला इंतज़ार था इसलिए थोड़ा डरा हुआ था मैं अभी तक सिर्फ पत्र-व्यवहार ही तो हुआ था प्रत्यक्ष व्यवहार का तो मुझे कोई अनुभव नहीं था अनगिनत भावनाएं मन में उमड़ रही थीं सड़क किनारे एक मंदिर की चौखट पर बैठा मैं राह से गुजरते हुए लोगों को देख रहा था और जिस किसी से भी दृष्टि मिलती