नमन सौ बार हैं उनको,जो ये नजराना दे गए। ख़ुशियों के चमन में खिलता,ये जमाना दे गए। फाड़ कर कलेजा उन ज़ालिम फ़िरंगियों का,, तिरंगे के रूप में हमें ,अनमोल खज़ाना दे गए।। ✒✒@शिल्पी सिंह नमन सौ बार हैं उनको,जो ये नजराना दे गए। ख़ुशियों के चमन में खिलता,ये जमाना दे गए। फाड़कर कलेजा उन ज़ालिम फ़िरंगियों का,,, तिरंगे के रूप में हमें ,अनमोल खज़ाना दे गए। ✒✒@शिल्पी सिंह #indipedenceday#freedom#indianflagpoetry#nojoto