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आज की तारीक आती है तो हर भारतीय की आख नम हो जाती

आज की तारीक आती है 
तो हर भारतीय की आख नम हो जाती है
जिस दिन खून की नदिया बेह गई 
जिस दिन हजारो लोगो की जिंदगिया चली गई
बचे, बुडे सभी थे उसमे
कोई जान बचाने के लिये दीवर कुद गया
कोई कुये मे गोलियोकी उनपे बोचार की गई
मानवता भी जीस दिन शरमा गई
ऐसी कहाणी भारत के इतिहास मे लिखी गई
त्योहार का दिन था वो 
जो मात्म मे बदल गया
कोई बच्चा अनाथ तो  कोई विधवा बन गया
आझादी के लिये जुटे थे जो
शहिद बन के हर बार याद आयेगे हमे ओ

©Tejasvini Kamal Balaji Kokate
  #जलीया_वाला_बाग