आँखो में काजल हौल् नाख में नथुली गले में गलबन्द हौल् कपाई बिन्दूली क्या भलो श्रंगार हौल् दौड़ी बैर आ, आब नी हुन इंतजार ब्योली बड़ी तु आ .. डान काना बुराशी फूल जैसी क्या भली अनवार तेरी खिल -खिल हसण मुल -मुल मुस्कान तेरी नी कर सोच विचार लहंगा पैरी तु आ, अब नी हुन इंतजार ब्योली बड़ी तु अा .. 🥀 Chandrashekhar 🥀 अब नी हुन इंतजार ब्योली बड़ी तु अा ..