जै गुरुदेव! जीवन में गुरु का होना बहुत ज़रुरी है. पारस में लोहे को सोना बनाने की ताकत तो है लेकिन लोहे समान शिष्य को सोना तो क्या चीज़ है गुरु अपने समान बना देते है. ©Shiv Narayan Saxena अभिनंदन.