White मेरा ख्वाब भी मेरा ख्वाब नहीं रहा। जिस पर गुरूर था वो रुबाब नहीं रहा। केमरे में कैद करते हो अपनी नेकियों को। इन नेकियों में भी अब सवाब नहीं रहा। तुमने वो सारे सवालात ही बदल डाले। मेरे ज़ेहन में जिनका जवाब नहीं रहा। सच है गजल गोई की महफिल जिंदा ह। अब शायरी महफिल मे वो आदाब न रहा ©तन्हा शायर #love_shayari shayari attitude shayari in hindi motivational shayari sad shayari