महत्व नहीं स्थान और वेशभूषा का,संत व सन्यासी को। जेल में भी हो सकते हैं और ग्रहस्त में भी। #TheTruth#God#hindi#hindu#bhakti संतों की रमज़ कोई नहीं जान सका,इतिहास गवाह है। और बात करें सन्यासी की तो सुनो-जिसका मन घर में रहते हुए भी भगवान की तरफ है वो सन्यासी है और सन्यास लेकर भी जिसका मन उलझा है वो ग्रहस्ती है।