समझ मे आ नहीं सकता , कि बीवी को क्या भाता है, कभी खुश होते है उनसे , कभी गुस्सा सा आता है. है हर रोज़ ये नखरा , कि खाने मे बनाऊँ क्या ? करू फरमाइश मैं कुछ तो , फिर उसका सर दुखाता है. कभी नमक मे है सालन , कभी सालन मे नमक है , मेरी मजबूरियाँ है ये, मेरा इससे ये नाता है. उसी की जु़लफ की तारीफ मे लिखे थे मैंने शेर, मेरे खाने मे उसका बाल, हमेशा लेहलाहाता है. कभी बच्चों के पीछे मारने को दौड़ पडती है, उससे रोका है जब मैंने , निशाना खुद पे आता है. बड़ी मासूम थी शादी से पहले मेरी बीवी भी , मेरी क़िस्मत पलत कर रह गयी, यही गम अब सताता है. #cinemagraphabid #restzone #comedyfiesta #rzcomedytale #collab resemblance to any person living or dead is purely coincidental 🙁🙁