बाल दिवस ये जब-जब आए। बच्चों के मन झूमे-गाए।। नहीं आज होगा जी पढ़ना। प्रश्न कठिन हल करने बढ़ना। दम किसमें है जो आज पढ़ाए ©Bharat Bhushan pathak #ChildrensDay hindi poetry on life poetry lovers poetry in hindi poetry for kids