सिके ज़ख्म दिल दिखाएं किसको मोहब्बत न करनी थी अब बताएं किसको अंज़ाम ए मोहब्बत से तो नहीं थे अनजान अब इल्ज़ाम लगाएं किसपर अब खुद को समझाना है दुस्वार खुद पर ही सितम कर बैठे हैं यार चेहरे में नज़र आती है जो दर्द क्या है क्यूं है अब दुनिया को समझाए कैसे #खुदपर सितम कर बैठे हैं हम तुमसे मोहब्बत करके सनम