जिसे मैंने रब की तरह पूजा वो सनम था। जिसे खुद की जान से ज्यादा चाहा वह सनम था।। और जो अपने स्वार्थ के लिए मुझे छोड़ गया वह भी मेरा सनम था।।। सनम मेरे सनम