हाथ तेरा मेरे हाथ में आते ही तू मेरी हुईं, मान सम्मान तेरा मेरे मान सम्मान से जुड़ा, सातो वचन सांसों के अंत तक निभाऊंगा, कहूं तो अब तेरे लिए ही जिऊंगा और मर जाऊंगा.. अंजुरी से अंजुरी थाम ..... प्रथम फेरा मैं लेती हूं,तुमसे ये पहले ही कह देती हूं दान, धर्म ,तीर्थ हर पुण्य तुम मेरे साथ करोगे बोलो देते हो वचन तो लेती हूं अपना अगला फेरा फ़िर अंजुरी में अंजुरी धरी है तेरी , लेती हूं दूजा फेरा, बात सुन ले ये मेरी तेरे जीवन की प्रतिभागिता में भाग मेरा भी होगा,जो चलेगा तू हर क़दम साथ मेरा भी होगा , तेरे माता-पिता मेरे भी होंगे,कच्चे धागों से पक्के रिश्ते में