चिराग ए रोशन हो जहां तुम्हारा, है मेरे दिल की अभिलाषा, सदा हस्ते रहो सदा, मुस्कुराते हो, प्रेम की है यही परिभाषा। पथ से मत विचलित हो, चाहे हो वहा कितना भी अधियारा, घनघोर तिमिर को जो हटा से, बनो तुम रोशनी की वो आशा। 🌝प्रतियोगिता- 08 🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌷"चराग़-ए-रौशन" 🌹 Meaning : Bright lamp 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या