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"मिल गया था जो मुक़द्दर, वो खो के निकला हूँ... मैं

"मिल गया था जो मुक़द्दर, वो खो के निकला हूँ...
मैं एक लम्हा हूँ, हर बार रो के निकला हूँ...
राह-ए-दुनिया में मुझे कोई भी दुश्वारी नहीं 
मैं तेरी ज़ुल्फ़ के पेंचों से हो के निकला हूँ..."
                   ___कुमार विश्वास # कुमार विश्वास
"मिल गया था जो मुक़द्दर, वो खो के निकला हूँ...
मैं एक लम्हा हूँ, हर बार रो के निकला हूँ...
राह-ए-दुनिया में मुझे कोई भी दुश्वारी नहीं 
मैं तेरी ज़ुल्फ़ के पेंचों से हो के निकला हूँ..."
                   ___कुमार विश्वास # कुमार विश्वास
arushisingh2385

Arushi Singh

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