बाँगों के हर फूल को अपना समझें बागबाँन हर घङी करे रखवाली,पत्ती - पत्ती, डाली - डाली सिंचे बाँगबा, बाँगबा- रब है - बाँगबा-रब है बाँगबा, वो मधुवन कि बहाँर ले आयें, मौसम रिते - रिते हाँये। जन्मों - जन्मं कि तृष्णा बुझ गय्ययययययययययी।विरहा के क्षण बिते हाँय । विरहा के क्षण बिते। फिर से सजाये अपने बिखरें सपनें बाँगबा,-बाँगबा रब है बाँगबा,बाँगबा उगँली थाम कें जिन विरवों को हमनें दिखायी राह ,, माँत् - पिता कि उनके मन में तनिक नहीं परवाह। हों अशुँवन भर नैनों से ईनको देखें बाँगबा,बाँगबा रब है बाँगब्बा, किसने दु:ख कि अग्नि डाली, बँज्जजर्र हों गयें खेत, हरी - भरी जिवन बँगियाँ से उङने लगी है , रेत। हाँय। क्या बोंयाँ था और क्या काटा, सोचें बाँगबान् , क्या बोयाँ था और क्या काटा सोचें बाँगबान्,बाँगबान् रब है, बाँगबा, बाँगबा रब है बाँगबा, यहीं सोच के श्वासें लिख दि ईन फूलन के नाम ,, Respect parents !Respect yor. bhagwaan#,👨👨👧👦👨👩👧👦... Respect parents...nojotohindi #nojotoinspirerional...song lyrics...#follow#nojotokike#nojotothoughts#nojotowrites