सूरज को सितारों की गली अच्छी लगी , धूप को ठंडी हवाओं की जोरी अच्छी लगी , किसी को पारो तो किसी को राँझा की जोरी अच्छी लगी , हमे तो सिर्फ अजहर और गुलिस्तां की जोरी अच्छी लगी!