जो रब चाहे वो हो जाए, जो हम चाहे वो हो सकता नहीं। होनी तो होकर रहेगी और अनहोनी को कोई रोक सकता नहीं।। रिजवान अंसारी Badnaam shayar jo rab chahe wo hi jaye #MRApoetrypaigam