बहुत ख़ामोश होकर उसे देख हम रहे थे वो बिखर रहा था मुझमें उसे समेट हम रहे थे पत्तों को छूकर बूंदें मिट्टी में मिल गई हैं गुज़र गया है कोई लम्हा बस बातें रह गई हैं... वो एक लम्हा जो सोचने में गुज़र गया है। #एकलम्हा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi