माँ की बेच के नै बाली पीवै सुल्फे के पेपर और याडियां म मानै इनै बोर सिरे की घरा लाये बैठे आस छोरा करै कुछ ख़ास छोरा जारी म बणाए फिर टोर सिरे की माँ नै पाटी होई चूंदड़ी म काढ़ दिए महीने छोरा डब्बण की गैल्या करै चिल्ल बीच पै गाल देकै बोल्लै खुद आली वाहण तई मसूक पै भरोसा करै आँख मीच कै लागै नकली यारा की यारी जान तै भी प्यारी एक आँख ना सुहाता माँ की कोख जाम्या भाई कुणबे आले भी मनै खार खांदे देखे चाचे ताऊ आल्या की ये देख कै चढ़ाई घरा दूजे दिन गेडे मारै कर्जे आले ₹ छोरा हांडै बस स्टैंड पै तै गेडे मारता फूटी कोन्या क्याहतै मेरी आँख किसे बहाने मनै देख्या बेटा बाबू के थपेड़े मारता ©Aniket Thakur #sheesha