दलित दब रही थीं जिनकी आवाज कहीं, आज उनकी जिंदगी में हुए हैंबदलाव कई, जिनको दलित कहकर सभी ने बुलाया, यह दुख तो अपने बाबा साहेब ने भी हैं पाया... गुलाम बनावा दुर्तकार दिया, दलितों का बुरा हाल किया, गरीबी को उनका कर्म कहा, उन पर अपनी इच्छानुसार जुल्म किया, मुहँ से वो कुछ न बोल सकें, क्योंकि पीछे थे उन्हें सभी छोड़ चुकें... दलितो के लिए जिसने कदम बढ़ाया, वो तो इकलौता बाबा साहेब ही था आया, जिनकी छाया तक न थीं किसी को रास आई, छुआछुत ने भी था इन्हें बड़ा सताया... बाबा साहेब की मेहनत भी रंग लाई, कड़ी मेहनत के बाद, दलितों को भी समाज में जगह मिल पाई, इन्होंनें ही दलितों को।सम्मान दिलाया, दलितों को उनकी खोई हुईं जिंदगी से जा मिलाया... आज तक याद हैं सभी अम्बेंडकर जी की कहानी, क्योंकि, उन्होंने दलितों के नाम कर दी अपनी जिंदगानी। _कोमल साह तृतीय वर्षीय छात्रा (श्याम लाल कॉलेज) #दलितों #की दशा😔....#nojotoapp