मन चंगा तो कठौते में गंगा।। रविदास जन्म के कारनै, होत न कोउ नीच नकर कूं नीच करि डारि है, ओछे करम की कीच।। ब्राह्मण मत पूजिए जो होवे गुणहीन, पूजिए चरण चंडाल के जो होने गुण प्रवीन।। रैदास कहै जाकै हदै, रहे रैन दिन राम सो भगता भगवंत सम, क्रोध न व्यापै काम।। #Ravidas_Jayanti रविदास वाणी!