रामराज्य के पुख्ता संकेत पतितपावनी गंगा अब पूरे हर्षोल्लास में है, मुक्त कर देगी पापों से सबको, इसी दृढ़ विश्वास में है! सहस्त्राब्दियाँ बीत गई, इतने पापी थे नहीं कभी, जितनी संख्या इनकी, अभी कोरोना के भारतवास में है,!! भगीरथी का प्रयास, कलियुग में वरदान बना है, रामराज्य की आहट है ये, सबका ही विश्वास घना है,! मुक्त हो धरती पापों से, तब तो आगे बात बने, प्रकृति ने तभी अधर्मियों का, धरा से अवसान चुना है,!! मर नहीं रहा है कोई, सभी मुक्त हो रहे हैं, जो अबतक बचे हुए हैं, धर्म की गठरी ढ़ो रहे हैं,! रामराज्य आने से पहले, नास्तिक सभी चले ही जाएँ, वो भी इसी मंशा को दबाये, मन-ही-मन खुश हो रहे हैं,!! मुद्दतों बाद इस धरा पर, ईश्वर का अवतार हुआ है, रामभक्तों का एकमात्र सपना, तभी तो साकार हुआ है,! गंगा मैय्या भी पूरे तन-मन से, पाप धोने में लगी हुई है, हजारों वर्षों के इतिहास में, ऐसा पहली बार हुआ है!! जो समझ नहीं पा रहे हैं तथ्य को, उल-जलूल बक रहे हैं रामराज्य की बात कहो तो, गला फाड़ कर हँस रहे हैं,! अरे भाई ! हर नवनिर्माण के पहले एक महाविनाश जरूरी है, रामराज्य आने के पुख्ता संकेत हैं, जो शव गंगा में बह रहे हैं,!! #ramrajya #navnirman #dirtypoltics #selfishworld