पाकीजा सी चाहत हमारी, आज तक बेकरार करती रही। वो रारों की राहों में जाते रहे, हम रुसवाई में इश्क जगाते रहे। हमने सोचा वो कुछ तो कहेंगे, लेकिन वो तो कजरों के आगोश आए।। 🌝प्रतियोगिता-83🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌹"पाकीज़ा"🌹 Meaning : श्रेष्ठ, उम्दा, निष्कलंक। 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या