लहरों सी बात तुम में है, छूने को 'बेताब' तुम रहती हो टकराती हो मुसीबतों से,मुझसे हर बात तुम कहती हो मैं साहिल तुम लहर, एक लम्हे में जुदा यूँ तुम रहती हो एक पल मिलता छूने को, अश्कों की बरसात करती हो प्रेम है अनोखा तेरा मेरा, हर 'ज़ज्बात' तुम समझती हो नहीं नसीब में संग रहना, हर वक़्त 'याद' तुम रहती हो लहरों सी बात तुम में है, छूने को 'बेताब' तुम रहती हो टकराती हो मुसीबतों से, मुझसे हर बात तुम कहती हो मैं साहिल तुम लहर, एक लम्हे में जुदा यूँ तुम रहती हो एक पल मिलता छूने को, अश्कों की बरसात करती हो प्रेम है अनोखा तेरा मेरा, हर 'ज़ज्बात' तुम समझती हो नहीं नसीब में संग रहना, हर वक़्त 'याद' तुम रहती हो