"शब-ऐ-बरात" गुनाहो से पाक होने की रात हैं! "शब-ऐ-बरात" गुनाहो से निज़ात पाने की रात हैं! "शब-ऐ-बरात" गुनाहो से तौबा करने की रात हैं! "शब-ऐ-बरात" गुनाहो से पिछा छुड़ाने की रात हैं! "शब-ऐ-बरात" "शब-ऐ-बरात" गुनाहो से पाक होने की रात हैं! "शब-ऐ-बरात" गुनाहो से निज़ात पाने की रात हैं! "शब-ऐ-बरात" गुनाहो से तौबा करने की रात हैं! "शब-ऐ-बरात"