नफ़रत है किसी को मुझसे कोई ऐतबार कर रहा है किसी को सूरत पसंद नहीं है कोई दीदार कर रहा है दर्द का भी तुम देखो होता है हिसाब अपना कभी जीने के लिए है जरूरी कभी बीमार कर रहा है मिला तो हमें बहुत है गिनते हम कहाँ है पुराना जख़्म भर गया है नया इंतज़ार कर रहा है... चाँद तू ख़ूबसूरत तो है मगर हमारी पसंद नहीं। #पसंदनहीं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi