ईद मनाऊं मै तेरी ,.. तू मेरी दीवाली रंग बिरंगे गुलशन का, एक ही तो है माली, ना टकरांवे विचार हमारे, हरा हो या भगवा , राजनीति की चाल समझकर ,अंहकार कर लो अगवा, एक ही फूल गुलदस्ते मे नही लगता है अच्छा , रंगबिरगे धर्मों से ही, बसता है भारत सच्चा , सेंविया खाएं रामू काका , हाजी खाऐं गुझिया , विकास ढूंढे इस तरह से, यही विचार है बढिया, ईद मनाऊं मै तेरी ,.. तू मेरी दीवाली रंग बिरंगे गुलशन का, एक ही तो है माली !! Just written dudes. Happy Eid 💞 दिल की आवाज़