धरती गगन ये अम्बर झुकेगा पर्वत पाषाण नही दिगंबर झुकेगा| खुद को बुलंद कर ले तु इतना की घमंड न आ जाए तुझे जब सफलता रूपी समंदर झुकेगा|| खुद को काबिल कर इतना चाहे कैसी भी परीस्थिति आए तु न रुकेगा, ☺ धरती गगन ये अम्बर झुकेगा पर्वत पाषाण नही दिगंबर झुकेगा| #nojotoapp सब झुकेगा..... . . . . . Jajbaat-e-Khwahish(जज्बात) Ajay janni☺️☺️ . .