तू आए... ये दिन ढ़ल जाए और वो शाम जल्द आ जाए बहुत छोटे से मेरे ख्वाब है, खुदा तू मेरी बंदगी रुबाब है। तन्हाई का आलम घर से पूछो हम तो हमेशा सफ़र में रहते हैं #sehmatkeclicks तू आए... ये दिन ढ़ल जाए और वो शाम जल्द आ जाए बहुत छोटे से मेरे ख्वाब है, खुदा तू मेरी बंदगी रुबाब है। Shree