चाह नहीं मैं सुरबाला के गहनों में गूँथा जाऊँ, चाह नहीं, प्रेमी-माला में बिंध प्यारी को ललचाऊँ, चाह नहीं, सम्राटों के शव पर हे हरि, डाला जाऊँ, चाह नहीं, देवों के सिर पर चढ़ूँ भाग्य पर इठलाऊँ। मुझे तोड़ लेना वनमाली! उस पथ पर देना तुम फेंक, मातृभूमि पर शीश चढ़ाने जिस पथ जावें वीर अनेक - माखनलाल चतुर्वेदी देश के सभी जवान जिन्होंने इस आजादी के लिए अपनी जान की कुर्बानी दी और वह जवान जो हमारी हमारी रक्षा के सरहदों पर खड़े हैं उन सब को कोटि-कोटि नमन और NOJOTO फैमिली को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई हैप्पी इंडिपेंडेंस डे #independenceday2020