आसमां मे सितारे अभी और भी हैं जहाँ में दिलकश नज़ारे अभी और भी हैं पीना है मुझको तो तेरे लब से वरना दरया के किनारे अभी और भी हैं बची उम्र गुज़ारनी है तेरे साथ सहारों की बात न कर सहारे और भी हैं मुहब्बत की तो मुहब्बत ही चाहिए मुझको एहसाँ अगर करना है तो बेचारे और भी हैं ©Suhail suhail chandausvi। abhi aur bhi hain