जब इश्क पुराना हैं तो फिर गुलाब नया जरूरी हैं क्या कहा ना इश्क हो तुम मेरा अब वज़ह भी जरूरी हैं क्या किताबों में दफ़्न करा जिसे, पन्ना वो मह़क उठा होगा निकाल ज़रा उसे चूम लो बेरुख़ी इतनीजरूरी है क्या #roseday #pehla_ishq #poetry जब इश्क पुराना हैं तो फिर गुलाब नया जरूरी हैं क्या कहा ना इश्क हो तुम मेरा अब वज़ह भी जरूरी हैं क्या किताबों में दफ़्न करा जिसे,