उम्र भर का साथ मत निभाओ पर एक शाम तो मेरे साथ अस्सी की ढलती शाम का दीदार कर सकती हो ना सायद वो एक शाम रोज नई सुबह देखने की वजह बन जाए अस्सी (assi ghat)