मेरी ज़िन्दगी का सफ़र सुहाना हो गया। क़ायनात की हर शै का लुभाना हो गया। यूँ तो जिये जा रहे थे ख़ुशनुमाई में हम! आपसे मिलकर ये और रूहाना हो गया। मिले हैं ज़ख्म और दर्द भी ख़ूब होता है। वल्लाह! ये तेरा इश्क़ दवाखाना हो गया। थामके मेरा हाथ जो तुम चलती हो साथ! मेरी और तेरी रूह का दोस्ताना हो गया। कोई फ़र्क़ नहीं लगता ज़मीं-आसमान में! यह प्यार का 'पंछी' फ़रिस्ताना हो गया। मेरी ज़िन्दगी का सफ़र सुहाना हो गया। क़ायनात की हर शै का लुभाना हो गया। यूँ तो जिये जा रहे थे ख़ुशनुमाई में हम! आपसे मिलकर ये और रूहाना हो गया। मिले हैं ज़ख्म और दर्द भी ख़ूब होता है। वल्लाह! ये तेरा इश्क़ दवाखाना हो गया।