दगा नहीं करना, सोने की बावत जगा नहीं करना। अपनों में हमको समझो लेकिन, अपनों में हमको लगा नहीं करना। खिलते हैं फूल कभी खार हुए , चुभना , चुभने में ठगा नहीं करना। तेरी मुस्कां पे निसार हंसना, मेरा हंसना ही भगा, नहीं करना। रोज 'बंधेतिया' इक खाब जुगा, गमगीं,गम वो दिल-सगा नहीं करना। ©BANDHETIYA OFFICIAL #दिल #दगा नहीं करना#गजल