डर गई हो , या हालातों के सामने हार मान ली है तुमनें....................................! अच्छा सुनो , सहमी सी लगती हो, कुछ हुआ है क्या ? कोई सपना टुटा है ? या कोई अपना छूटा है ? डर गई हो मुसीबतों से ? या हार मान ली है तुमने ? ज़िन्दगी की इस गाड़ी में दुनिया की वजह से ब्रेक मार ली है तुमने. तुम्हें पता है असल मे तुम चाहती क्या हो ?