बेशक तुम दूर हो मुझसे, तो फिर क्या हुआ! मेरे ख्वाब आज भी तेरे ही, साए में सोते-जागते हैं!! ✍️ गजानन्द शर्मा "निर्बाध" #निर्बाध #lovetaj